हरियाणा सरकार लाडो लक्ष्मी योजना का लाभ देने से पहले धोखाधड़ी के खिलाफ सख्त हो गयी है. शून्य आय दिखाने वालों का वेरिफिकेशन शुरू कर दिया है,जिसमें लगभग 3200 ऐसे परिवार हैं जो अकेले होने का दावा करते है.जिनमें लगभग 2400 व्यक्तियों की जांच के लिए शिक्षकों और सीपीएलओ को जिम्मेदारी दी गई है।
हरियाणा सरकार लाडो लक्ष्मी योजना का लाभ देने से पहले उन लोगों की जांच करवानी शुरु कर दी है जो परिवार दावा कर रहे हैं की वे कुछ नहीं कमाते.साथ ही सरकार खुद को अकेला बताने वाले लोगों की भी फिजिकल वेरिफिकेशन शुरू कर दी है। क्योंकि सरकार को यह संदेह है कि अगर वे कुछ कमा नहीं रहे हैं तो अपना जीवन यापन कैसे कर रहें? इसलिए लगभग 3200 ऐसे परिवार हैं जिनका PPP में शून्य आय है.इसकी जांच के लिए करीब 500 से अधिक शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. क्योंकि बहुत से परिवार ऐसे है जो खुद की आय शून्य दिखाकर सरकारी योजना का लाभ ले रहें हो, इस संदेह से सरकार जांच करा रही है.

29 अप्रैल से जांच शुरु हो चुकी है। परिवार पहचान पत्र में 2387 ऐसे व्यक्ति हैं जो कि खुद को अकेला बताकर सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। सीपीएलओ इनकी भी जांच करेंगे कि वास्तव में ये अकेले हैं या जानबूझकर सिंगल आईडी बनवाई हुई है। 80 साल की उम्र से अधिक के 97 बुजुर्ग है जो कि खुद को अकेला बता रहे हैं।
71,000 खातों की वेरिफिकेशन शुरू
हरियाणा सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों को आदेश दिए है कि 18 से 60 साल वर्ष की आयु की जिन महिलाओं के बैक खाते हैं, उन खातों का वेरिफिकेशन किया जाए. वेरिफिकेशन के बाद ‘लाडो लक्ष्मी योजना’ का लाभ उनके खातों को मिलेगा.
