पंजाब सरकार ने हरियाणा की नायब सैनी सरकार को बड़ा झटका दिया है. हरियाणा को मिलने वाले साढ़े 9 हजार क्यूसिक पानी को घटाकर 4 हजार क्यूसिक कर दिया है। पंजाब की भगवंत मान सरकार ने करीब 15 दिन पहले हरियाणा को भाखड़ा नदी से मिलने वाले पानी की कटौती की है. हरियाणा में पानी की कमी दिखाई देने लगैगी सिंचाई और पेयजल में कमी दिखाई देने लगेगी.

पंजाब सरकार के इस फैसले से हरियाणा के 5 जिले सबसे अधिक प्रभावित होंगे जिसमें हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, रोहतक और महेंद्रगढ़ शामिल है.लोगों को पीने के पानी और किसानों को सिंचाई के लिए पानी की किल्लत आ सकती है.हालांकि इस फैसले पर हरियाणा सरकार ने आपत्ति जताई है, इसको लेकर हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने पंजाब के सीएम से बात की है. सूत्रों के मुताबिक सीएम नायब सैनी ने पंजाब के सीएम से कहा उनका यह फैसला बिलकुल उचित नही है. उन्हे हरियाणा को पूरा 9 हजार क्यूसिक पानी देना चाहिए।

पंजाब, हरियाणा को भाखड़ा नहर का पानी मुख्य रूप से सिंचाई और पेयजल के लिए देता है. सतलज नदी पर बनी भाखड़ा नांगल परियोजना पानी का एक मुख्य स्त्रोत है, जो हरियाणा पंजाब, और राजस्थान में लाखों एकड़ खेतों के लिए सिंचाई का मुख्य स्त्रोत है.
